Heart Touching Love Shayari 2023
और दिल कहता है
ये तज़ुर्बा दोबारा कर लूँ ।
बड़ी आसानी से दिल लगाए जाते हैं,
पर बड़ी मुश्किल से वादे निभाए जाते हैं,
लेकर जाती है मोहब्बत उन राहों पर,
जहां पर दिये नहीं दिल जलाए जाते हैं।
ऐ दिल! मत कर इतनी मोहब्बत तू किसी से,
इश्क़ में मिला दर्द तू सह नहीं पायेगा,
टूट कर बिखर जायेगा एक दिन अपनों के हाथों,
किसने तोड़ा ये भी किसी से कह नहीं पायेगा ।
आज फिर मौसम नम हुआ
मेरी आँखों की तरह,
शायद बादलों का भी दिल
किसी ने तोड़ा होगा ।
ये दिल बुरा सही मगर सर-ए-बाजार तो न कह,
आखिर तू इस मकान में कुछ दिन रहा तो है।
सौ बार कहा दिल से..
चल भुल भी जा उसको ।
हर बार कहा दिल ने..
तुम दिल से नही कहते ।
ना पूछ दिल की हक़ीक़त मगर ये कहता है,
कि वो बेक़रार रहे जिसने बेक़रार किया।
किसी के दिल में क्या छुपा है
ये बस खुदा ही जानता है,
दिल अगर बेनकाब होता
तो सोचो कितना फसाद होता।
दिल-ए-नादान तुझे हुआ क्या है,
आखिर इस दर्द की दवा क्या है,
हमको उनसे है उम्मीद वफ़ा की,
जो जानते ही नहीं वफ़ा क्या है।
स्याह रात में जलते हैं जुगनुओं की तरह,
दिलों के ज़ख्म भी दोस्तों कमाल होते हैं |
दिल टूटने से थोड़ी सी तकलीफ़ तो हुई,
लेकिन तमाम उम्र को आराम हो गया।
काश बनाने वाले ने दिल काँच का बनाया होता,
दिल तोड़ने वाले के हाथों में ज़ख्म तो आया होता,
जब भी वो देखता अपने हाथों की तरफ,
कम से कम उसे मेरा ख्याल तो आया होता।
आइने और दिल का बस एक ही फसाना है,
टूट कर एक दिन दोनों को बिखर जाना है।
दिल में राज छिपा है दिखाऊं कैसे,
हो गया है प्यार आपसे बताऊँ कैसे,
दुनिया कहती है मत लिखो नाम दिल पर,
जो नाम दिल में है उसे मिटाऊं कैसे।
तू ही बता दिल कि तुझे समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा,
मगर उसको ये एहसास दिलाऊं कैसे।
सो जा ऐ दिल आज धुंध बहुत है... तेरे शहर में
अपने दिखते नहीं और जो दिखते है वो अपने नहीं।
दिलबर की दिल-लगी में
दिल अपना खो चुके हैं,
कल तक तो खुद के थे
आज आप के हो चुके हैं।
उल्फत का अक्सर यही दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही अपने से दूर होता है,
दिल टूटकर बिखरता है इस कदर,
जैसे कोई कांच का खिलौना चूर-चूर होता है।
तुम्हारा दिल मेरे दिल के बराबर हो नहीं सकता,
वो शीशा हो नहीं सकता ये पत्थर हो नहीं सकता।
मोहब्बत मुझे थी उसी से सनम,
यादों में उसकी यह दिल तड़पता रहा,
मौत भी मेरी चाहत को रोक न सकी,
कब्र में भी यह दिल धड़कता रहा ।
ये गुस्ताख़ दिल न जाने क्या कर बैठा,
मुझसे बिना पूछे ही फैसला कर बैठा,
इस धरती पर टूटा सितारा भी नहीं गिरता,
और ये पागल, चाँद से मोहब्बत कर बैठा।
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